बांग्लादेश व म्यांमार के घुसपैठियों को दिल्ली में शरण देने वाला गिरफ्तार
लखनऊ। उत्तर प्रदेश से लेकर दिल्ली व अन्य राज्यों में सक्रिय मानव तस्कर गिरोह के नये-नये भेद सामने आ रहे है। यूपी एटीएस ने बांग्लादेश व म्यांमार के नागरिकों की घुसपैठ कराकर उन्हें हिंदू नामों से विदेश भेजने वाले गिरोह सक्रिय एजेंट मु. कय्यूम सिकदर को गिरफ्तार किया है। कय्यूम घुसपैठियों को दिल्ली में शरण दिलाने के साथ-साथ उन्हें टूरिस्ट वीजा भी उपलब्ध कराता था। उसके साथ ही एयरपोर्ट पर भी उनकी मदद करवाता था। दूसरी ओर एटीएस ने मानव तस्कर गिरोह के सदस्यों की आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता की जांच शुरू की है। अन्य जांच एजेंसियां भी इस दिशा में पड़ताल कर रही हैं। आईजी एटीएस जीके गोस्वामी ने बताया कि 22ए कटवारिया सराय, दक्षिण दिल्ली में रह रहा मु.कय्यूम खुद भी मूलरूप से बांग्लादेश का नागरिक हैं। वह दिल्ली में पहचान बदलकर खोखन सरदार के नाम से रह रहा था। खोखन सरदार के नाम से ही उसने फर्जी दस्तावेज बनवाए थे। वह पांच-छह वर्षों से दिल्ली में सक्रिय था और कटवारिया सराय क्षेत्र में ही किराये का कमरा लेकर बांग्लादेशी व रोहिंग्या घुसपैठियों को ठहराता था। इसके बाद उनके टूरिस्ट वीजा का बंदोबस्त करता था। हालांकि एटीएस अभी टूरिस्ट वीजा दिलवाने में उसके मददगारों तक नहीं पहुंच सकी है। उनकी छानबीन की जा रही है। आईजी के अनुसार कय्यूम का दिल्ली एयरपोर्ट के कई कर्मियों से सीधा संपर्क होने की बात भी सामने आई है। इसकी गहनता से छानबीन कराई जा रही है। एटीएस ने कानपुर रेलवे स्टेशन से जिन आठ बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया था, उन्हें दिल्ली में कय्यूम से ही संपर्क करना था। कय्यूम कोलकाता से पकड़े गए मानव तस्कर गिरोह के सरगना महफुजुर रहमान उर्फ टोनी का सक्रिय साथी है। महफुजूर से पूछताछ में ही कय्यूम की भूमिका सामने आई थी, जिसके बाद उसे एटीएस मुख्यालय लाकर पूछताछ की गई और गिरफ्तार कर लिया गया। एटीएस ने महफुजुर व कय्यूम को मंगलवार को लखनऊ स्थित एटीएस की विशेष अदालत में पेश किया, जहां से दोनों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।
आईजी जीके गोस्वाती ने बताया कि दोनों को पुलिस रिमांड पर लेकर आगे की पूछताछ की जाएगी। महफुजुर घुसपैठियों के हिंदू नामों से फर्जी दस्तावेज तैयार करवाने के बाद उन्हें दिल्ली में कय्यूम के पास भेजता था। कय्यूम के कुछ और साथियों की तलाश की जा रही है। खासकर उस शख्स तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है, जो घुसपैठियों का टूरिस्ट वीजा उपलब्ध कराता था। उल्लेखनीय है कि कानपुर रेलवे स्टेशन से आठ बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया, जो घुसपैठ कर भारत में आए थे और उन्हें दिल्ली एयरपोर्ट से दुबई रवाना होना था। जबकि कोलकाता से गिरोह के सरगना महफुजुर रहमान पकड़ा गया था।