एक्सईएन समेत छह बिजली कर्मचारियों पर मुकदमा दर्ज
झुलसे मजदूर को नौकरी दिलाने के नाम पर दो लाख की ठगी
निगोहां (लखनऊ)। बिजली विभाग में तैनात सरकारी कर्मचारियों ने अपने ही विभाग में तैनात संविदाकर्मी को ठगी का शिकार बनाया। वह भी तब जब वह बुरी तरह से बिजली की चपेट में आकर झुलस गया। फिलहाल इस मामले में पुलिस ने ठगों को खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
मानवधिकार आयोग के निर्देश पर मंगलवार को निगोहां थाने में मोहनलालगंज एक्सईएन समेत छह विद्युत कर्मचारियों पर जानलेवा हमला, मारपीट, बलवा सहित एससी/एसटी एक्ट तहत गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
संविदाकर्मी की माने तो उसके साथ विभाग में काम करने वाले लोगों ने ही उसे ठगी का शिकार बनाया। उसके घायल होने का फायदा उठाते हुए उसके परिवार को विश्वास दिलाकर उससे दो लाख रुपये ठग लिये। उन्हें जरा भी मेरे परिवार पर दया नहीं आयी। हमारे परिवार के लोगों ने एक दूसरे से पैसे मांगकर मेरा इलाज कराया।
आरोप है कि पिछले साल 19 जनवरी को नगराम के धोबइया गांव निवासी सुखराम को नौकरी दिलाए जाने के नाम पर निगोहां करनपुर गांव में हाईटेंशन लाइन पर जबरन चढ़ा दिया गया था जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गया था। जिस पर बिजली कर्मियों ने कहीं न बताने की बात कहकर चुप करा दिया और विभाग में नौकरी दिलाए जाने के नाम करीब दो लाख रुपए ठग लिये।
नगराम के धोबइया गांव की रहने वाली नीतू द्वारा शिकायती पत्र में बताया कि 19 जनवरी 2021 की सुबह करीब 9 बजे समेसी पावर हाउस में तैनात बिजलीकर्मी सत्यनारायण, प्रदीप, दीपक सिंह उनके घर आये और इनके पति सुखराम को निगोहा के करनपुर गांव से गुजरी 11 हजार लाइन में आयी खराबी को सही करने के लिए साथ चलने को कहा पति द्वारा मना करने पर कर्मचारियों ने जेई सचिन श्रीवास्तव व एसडीओ विशाल त्रिपाठी ने नौकरी दिलाने के लिए सिफारिश कर देने की बात कही लेकिन फिर भी पति के मना करने पर कर्मचारियों द्वारा बिजली का समान चोरी करने के झूठे मुकदमे में फंसा देने की धमकी देने लगे जिसपर मजबूर होकर पति को जाना पड़ा। करनपुर गांव पहुंचकर सुखराम ने पूछा कि इस खम्भे पर दो लाइन पास हो रही दोनों की बिजली कटी है कि नहीं जिस पर मौके पर मौजूद प्रदीप, सत्यनारायण, दीपक व धीरज ने बताया कि लाइन कटी है। जिसपर सुखराम खंभे पर चढ़कर बिजली ठीक करने लगा और करंट की चपेट में आकर बुरी तरह से झुलस कर नीचे गिर गया। नीचे गिरने पर मौके पर मौजूद नशे में धुत कर्मचारी सुखराम को जाति सूचक गालियां देते हुए। वहां से भाग निकले। जिसके बाद सुखराम को गांव वाले अस्पताल लेकर गए। करंट लगने से सुखराम का पीठ छाती, दाहिना, हांथ व दाहिना पैर झुलस गया। वहीं शिकायत न करने पर नौकरी दिलाने का वादा किया और तत्कालीन एक्सईएन के सामने करीब दो लाख रुपये भी ऐंठ लिया गया, लेकिन न नौकरी मिली और न ही विभाग ने उसका इलाज करवाया। इस दौरान कई बार निगोहां थाने में शिकायत की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। तो पीडि़त ने मानवधिकार आयोग का सहारा लिया। जिसके बाद मंगलवार को आयोग के निर्देश पर अधिकारियों समेत बिजली कर्मियों पर गभीर धराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया।